बंजारों सा फिरा जिन राहों पे आज उन राहों से घबरा गया, लोग कहते थे मिसाले मोहब्बत जिसे वो आज अपने अक्श से कतरा गया, क्या वजूद है मेरा तू क्या जाने, जो खुद टूटा पर बस्ती से टकरा गया,,। बंजारों सा फिरा जिन राहों पे,, good night #emptystreets