अँधेरों में रोशनी तलाशता है बेवजह हर वज़ह में उन्हें पाता है राबता नही कर सकता चाह कर भी उनसे तो फ़ासला ख़ुद से ख़ुद के दरम्यान रखता है मिल नहीं पाता कहीं और वो उनसे सिर्फ़ उन्हें देखने हर रोज़ मन्दिर जाता है यूँ तो किसी धर्म का नही 'अभी_shek' पर हर रब, ख़ुदा, भगवान,वाहेगुरु से उन्हें मांगता है ❣️ #nojoto_poetry #hindi_poetry #khayalat #two_liner #pure_work_of_fiction #kuch_bhi #sa_bbr #nojoto