आने लगे है पेड़ पर कुछ पुराने को गिरा रहे है समाज समा ये वृक्ष अपनी छत्रछाया गुमा रहा है गुमान है इसे नए पत्तो पर मगर क्या ये वही घटा है नहीं ये नई पीढ़ी है जिसे नहीं पता कैसे रहना है मगर ये नए पत्ते को किस बात का है अभिमान क्या ये वही पुराने पत्तो की जगा ले सकेंगे पेड़ खुद विवश है मगर इसे भी खिलना जरूरी है कुछ नए पत्तो के लिए पुराने को गिराना जरूरी है कैसी ये विवशता है कि नए को देने को आगमन पुराने को गिराना पड़ता बुजुर्ग समान ये डाली खुद मजबुर है 📖 रचना विषय :- 'नये पत्ते' 📖 08-10 पंक्तियों में अपनी उत्कृष्ट रचना करें ✍️ 📖 वर्तनी पर विशेष ध्यान दें। 📃आवश्यक नियम व शर्तें पिन पोस्ट के कैप्शन में पढ़कर ही रचना पूर्ण करें। ©Image background credit - copyright free #हिन्दी_काव्य_कोश #tmkosh #yqbaba #हिन्दी_काव्य_कोश ⭐️⭐️⭐️ #YourQuoteAndMine