आए दिन जिस तरह के झूठे और बेबुनियाद केस सामने आ रहे हैं जो चीजें दिखाई दे रही है, उन्हीं बातों पर रोशनी डालने के लिए अपनी कलम से प्रहार किया है। हाँ मैंने फिर एक बार अन्याय पर वार किया है। मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है। यहाँ डाउरी (दहेज) इल्लीगल है, यहाँ एलुमनी लीगल है। यहाँ महिलाओं को प्रताड़ित करना गुनाह है, यहाँ पुरुषों को बदनाम करना आसान है। पुरुष अपनी पत्नी की मर्जी के बिना उसके पैसों को हाथ भी नहीं लग सकता, लेकिन पुरुष से शादी होते ही पति की आधी संपत्ति पत्नी की हो जाती है। यहाँ महिला आयोग केंद्र है, यहाँ पुरुषों की कोई सुनने वाला नहीं है। यहाँ महिलाओं की गलती पर भी पर्दा डाला जाता है, यहाँ पुरुष बेकसूर होते हुए भी कसूरवार ठहराया जाता है। मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे तो बहुत लगा दिए। अब एक नारा और चाहिए बेटी को लालची नहीं, खुद्दार बनाओ। बेटी को बेगैरत नहीं, समझदार बनाओ। बेटी को स्वार्थी नहीं, स्वावलंबी बनाओ ताकि वह किसी की ज़िंदगी बर्बाद ना करें, तलाक लेकर उसकी संपत्ति से खुद का घर आबाद ना करें! ✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'💔 ©SumitGaurav2005 #breakup #bewafa #bewafai #sumitkikalamse #sumitmandhana #sumitgaurav #Life_experience #Life