Unsplash जो किसी से नहीं कहा कभी वो इसमें लिख देती हूं ये शायरी नहीं मेरी ये में अपनी ज़िन्दगी लिख देती हूं गम का सैलाब है नहीं जिंदगी में उतना पर जितना दर्द हैँ सीने में उतना कागज़ के पन्नों में उतर हि देती हूं ये लेखनी मेरी आत्मा हो गयी है और कलम धड़कन बन गयी है छोड़ दूँ तो सांस आती नहीं मुझे और लिख लूँ खुद को तो जान में जान आ जाती है मुझे...... ❤️ 11/2/25 ©seema PainuliRaturi #library#लेखनी मेरी शायरी हिंदी में