तेरी तस्वीर को हम मुसलसल देखते है ऐसे, जैसे किसी सवाल का हल देखते है मेरे करीब तुम रफ्ता - रफ्ता आ रहे हो, ख्वाबों मे हम ये आजकल देखते है tumhari tasveer