आज ख़ुद से एक फ़रियाद करती हूँ, हर गलती, हर गुनाह के | हिंदी Shayari
"आज ख़ुद से एक फ़रियाद करती हूँ,
हर गलती, हर गुनाह के लिए ख़ुद को माफ़ करती हूँ,
अभी तो बहुत बाकि है ज़िन्दगी
जो बीत गया उसे क्यों याद करना,
आज से फिऱ नई ज़िंदगी की शुरुआत करती हूँ।
- Indu"
आज ख़ुद से एक फ़रियाद करती हूँ,
हर गलती, हर गुनाह के लिए ख़ुद को माफ़ करती हूँ,
अभी तो बहुत बाकि है ज़िन्दगी
जो बीत गया उसे क्यों याद करना,
आज से फिऱ नई ज़िंदगी की शुरुआत करती हूँ।
- Indu