कोरा कागज़ भी मेरी रूह तलक चीखेगी तुम आए हो इस क़दर... के बाहर भी देखूं तेरी ख़ामोश इन आंखों की पतझड़ में मुझे मुहब्बत हो गई है मैं ज़माने से नहीं डरता डर बस खुद से लगता है वो* मेरी हाथ की लकीरें यूं बेवजह न मिटा दे । *वो — खुदा #shayari #hadd_se_bhi_jyada #मोहब्बतहैतुमसे #जीवन