हर रिश्ते के लिए मजबूत हो विश्वास की डोर! हो मर्यादा का ख़याल, प्यार भरा हो हरदिन भोर! साथ एक-दूजे के जब हो परिवार में समझ, चाहे कितनी भी साज़िशें हो, कोई ना पाता तोड़! मुश्किल से भरा हो चाहे कितना भी रास्ता! टूटने ना देता कभी भी हिम्मत और हौंसला! रिश्ता माता-पिता से हो, मित्र सहयोगी या हो जीवनसाथी- विश्वास पर ही टिकता हर रिश्ता साथ ना छूटे इतना है वास्ता! ♥️ Challenge-627 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।