पुराने ज़ख़्मों को अब भुलाया जाए, किसी और से अब दिल लगाया जाए........ बहुत रो लिए हैं हम अब गैरों के लिए, क्यों न दिल खोलकर मुस्कुराया जाए........ ©Poet Maddy पुराने ज़ख़्मों को अब भुलाया जाए, किसी और से अब दिल लगाया जाए........ #Wound#Forget#Love#Cry#Stranger#Smile........