असर दिखता रहा जीने में, हर बात छिपाया हैं, जो दिलपर गुदवाया हैं, उस कील सी चुभन को ज़ुबान पर गाड़ डाला है,एक चुप लगा कर बेचैन आंखों में आंसू पिघाल डाला हैं सील कर छिल कर होठों पर मुस्कान दिखा डाला हैं,गवाह कौन था , उस वक्त पर सही गलत की अर्जी देकर गड़वाया हैं, कब तक सच छुपता हैं चलो गलत को थोड़ा कदम आगे बढ़ाया हैं, झूठ खरगोश निकला और सच कछुआ बन धीमी गति से उतारु होकर चलने को सिखाया है, चलो हम गलत तुमसही हुए झूठ की नीव पर हम ये भी मनवाया हैं, पर मां कभी अपने बच्चे के लिए गलत और अपने आत्मसम्मान को गिरवी कर गलत को अच्छे की ताल नही बजा सकती हैं, कर्म कर्ता बन अपना रास्ता साफ बदलना जानती हैं कौन रोक रहा है तुम्हें... #कौनरोकरहाहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi कौन रोक रहा है तुम्हे असर दिखता रहा जीने में, हर बात छिपाया हैं, जो दिलपर गुदवाया हैं, उस कील सी चुभन को ज़ुबान पर