Nojoto: Largest Storytelling Platform

जो होता इल्म जरा भी हमें जुदाई का, तो क़यामत को ख़ुश

जो होता इल्म जरा भी हमें जुदाई का,
तो क़यामत को ख़ुशी से गले हम लगाते।

तुमसे जुदा होकर क्या करते ज़िंदगी का,
न ख़ुशी से जी पाते और न ग़म में मर पाते। •●• जीएटीसी क्रिएटिविटी - १० •●•
           《चैलेंज: ५》

कोलाॅब कीजिए ४-८ पंक्तियाँ पृष्ठभूमि में लिखें। अपनी पूर्ण रचना को अधिकतम १२ पंक्तियों में अनुशीर्षक में लिखें। ( अनुशीर्षक में लिखने के लिये कोई भी बाध्यता नहीं है। )

आपकी पृष्ठभूमि की पंक्तियों को आप अनुशीर्षक में दोहरा सकते हैं। 

याद रखें: रचनात्मकता का मतलब ही है किसी एक शैली में बंधे बिना लिखना। बस जो भी लिखें उसका तालमेल दी गईं पंक्तियों से ऐसा हो कि पूर्ण रचना यूँ लगे, मानो एक ही क़ल़म से उपजी हो।
जो होता इल्म जरा भी हमें जुदाई का,
तो क़यामत को ख़ुशी से गले हम लगाते।

तुमसे जुदा होकर क्या करते ज़िंदगी का,
न ख़ुशी से जी पाते और न ग़म में मर पाते। •●• जीएटीसी क्रिएटिविटी - १० •●•
           《चैलेंज: ५》

कोलाॅब कीजिए ४-८ पंक्तियाँ पृष्ठभूमि में लिखें। अपनी पूर्ण रचना को अधिकतम १२ पंक्तियों में अनुशीर्षक में लिखें। ( अनुशीर्षक में लिखने के लिये कोई भी बाध्यता नहीं है। )

आपकी पृष्ठभूमि की पंक्तियों को आप अनुशीर्षक में दोहरा सकते हैं। 

याद रखें: रचनात्मकता का मतलब ही है किसी एक शैली में बंधे बिना लिखना। बस जो भी लिखें उसका तालमेल दी गईं पंक्तियों से ऐसा हो कि पूर्ण रचना यूँ लगे, मानो एक ही क़ल़म से उपजी हो।
akankshagupta7952

Vedantika

New Creator

•●• जीएटीसी क्रिएटिविटी - १० •●• 《चैलेंज: ५》 कोलाॅब कीजिए ४-८ पंक्तियाँ पृष्ठभूमि में लिखें। अपनी पूर्ण रचना को अधिकतम १२ पंक्तियों में अनुशीर्षक में लिखें। ( अनुशीर्षक में लिखने के लिये कोई भी बाध्यता नहीं है। ) आपकी पृष्ठभूमि की पंक्तियों को आप अनुशीर्षक में दोहरा सकते हैं। याद रखें: रचनात्मकता का मतलब ही है किसी एक शैली में बंधे बिना लिखना। बस जो भी लिखें उसका तालमेल दी गईं पंक्तियों से ऐसा हो कि पूर्ण रचना यूँ लगे, मानो एक ही क़ल़म से उपजी हो।