ये मुहब्बत मुझे रोलाएगी कब तक.. इंतज़ार तेरा मुझे करवाएगी कब तक.. तरसती रहीं हूँ मैं तेरी एक नज़र के लिए, ये उम्मीद ए वफ़ा सताएगी कब तक मांगी है मुहब्बत उससे जो खुद खाली दामन "रोज "खाली दामन मुझे तरसाएगा कब तक ©Mariya Salam #कब तक