दिल चाहता है कोई पैग़ाम मिल जाए आँसुओं को जो समझ ले वो ज़ुबान मिल जाए ना बाकी हो कोई हसरत ना रहे दिल में कोई तमन्ना जिस सफ़र की न हो मंज़िल वो मुकाम मिल जाए... © abhishek trehan ♥️ Challenge-612 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।