कितने ही बचपन जल गये, गरीबी की आँच पर, लड़ते रहे हम, मंदिरों पर, मस्ज़िदों पर, हिज़ाब पर।— % & #nitinkrharit #yqbaba #yqdidi #yqquotes #satire #bittertruth #hizab