काश!ऐसा होता कोई भी युवा न रोजगार को तरसता,सब स्वकुशल प्रबन्धक होते, काश!ऐसा होता सभी में इंसानियत का सार होता कोई भी बच्चे भूखे न बिलखते, काश!ऐसा होता कोई भी आज वक्त के आगे यूँ बेबस व लाचार न हो रहे होते। काश! हम सब पहले से ही सम्भल जाते तो आज हम सब एक प्यार भरे संसार में जी रहे होते। OPEN FOR COLLAB ✓challenge by ias guideline Ias guideline में आपका स्वागत है🙏 ✨हमेशा रचनात्मक और अधिक लिखने की कोशिश करें