रावण तो बुरा अपने कर्मो से कहलाया था, पर राम ने भी तो सीता को अग्नि परीक्षा दिलवाया था हर कदम पर साथ रहकर भी सीता को अग्निपरीक्षा देनी पड़ी थी क्या रावण की बुरायी इससे बड़ी थी? बुराईयों को तो अच्छाईयो मे बदला जा सकता है पर उस शक का क्या जो अब भी इंसान स्त्रियों पे करता है राम के अंदर भी एक रावण सा चरित्र है जो अच्छाईयो के पर्दे तले छिप जाता है जलाना ही है तो उस रावण को जलाओ जो तुम्हें सीता सी स्त्री के चरित्र पर दाग लगाने मजबूर करता है जला दो हर बुरायी इर्ष्या जलन को क्योकि आज की सीता अपनी सच्चाई साबित करने अग्नि परीक्षा देने वालो मे से नहीं बल्कि डट कर सामना करने वालो में से है.. #nojoto #happy दशहरा