विश्व का भार उठाऐ पर कभी न थकने वाली। असंख्य सुन्दरता सहेजें हुए झरने और हरियाली। लिए कई धन दौलत और आभूषणों की प्याली।हर मनुष्य को गोद बिठाए बड़े प्यार से पालने वाली।सत सत बार नमन करता जै धरती मां रखवाली। भूमि दिवस।