बाबा बुल्ले शाह कहते है .... पढ़ पढ़ किताबा इल्म लिया , तू नाम रख लिया है काजी । हथ विच फड़ के तलवारा नू, तू नाम रख किया गाज़ी।। मक्के मदीना विच घूम के , तू नाम रख लिया है हाजी ।।। बुल्लेशाह तू हासिल की किता, जे तू यार ना रख्या राजी ।।।। कवि :-विष्णु शंकर रजाराम नाहेलिया "अज्ञात" ©Vishnu Naheliya #KabirJayanti #Love #Trading #motivate