Nojoto: Largest Storytelling Platform

White माना की गम है पर खुशियां भी कम नहीं हम अंजान

White माना की गम है पर खुशियां भी कम नहीं
हम अंजान बने रहे इस सच्चाई से इतने भी नादान नहीं,
जिन्दगी सच में अलबेली है पर जज़्बात भी कई
गम के इस मेले में खुशियों के गुब्बारे भी कम नहीं।

माना हम फकीर है जो चाहिए वो बस दुआओं में है,
फिर भी दिल में कही कशमकश सी है।
जो पास नहीं उसी का मलाल है,
जो है उसको भुल कर उसके साथ ही कर रहे अनाय है।

माना यहां दुनिया मतलबी बहुत है,
फिर उसमे हम भी सामिल हो जनसंख्या क्यूं बढ़ाए।
इस डूबती ढलती जिंदगी के रंग बहुत 
तो क्यूं ना ढलती शाम का लुफ्त उठाए।

माना हर शाम बहुत यादें बीखेर जाता है,
कभी आंखों में नमी तो कभी खुशी कल की दे जाता है।
तो कल के साथ आने वाले कल को क्यूं भूलना,
कल की सूरज के साथ चलो फिर से रोशनी भरना।

माना जो आज है वो कल नहीं,
फिर ये जान कर भी हम अंजान वही।
आज गम है कल खुशियां भी आएगी,
हर शाम के बाद वो खिलती सुबह भी आएगी।

माना कलयुग काला साया सा है,
पर सबके अंदर ही अंधेरा और दुनिया रोशन सा है।
इंसान हम है इंसानियत भी हम बचाएंगे,
हम मिलकर सबके अंदर का अंधेरा मिटाएंगे।।

©Akshita yadav
  #Smile #Happiness #motivatation