“तुम ठहरी महँगी हसरत कोई, मैं वो सस्ता अरमान प्रिये। मिलकर भी न छू पाऊं, तुम वो कड़वा एहसास प्रिये। पी कर भी प्यासा रह जाऊं, तुम सरिता का जलपान प्रिये। पहला छोर नदी का तुम, दूजा मैं नादान प्रिये।” Collaborating with YourQuote Didi #नदी_के_दो_किनारे #नदी #हिंदी #शायरी #faujikealfaaz #kuldeepsharma #ballpen