हम सब मिलकर इक दिन उन्हें टीवी पर अवार्ड लेते देखेंगे वो लोगों कि तरफ़ देखकर मुस्कुराते हुए हाथ हिलाएंगे सोचो तब हम लोग कितने ख़ुश होंगें और क्यों ना हो हमारे चाहते लेखक को अवार्ड जो मिला होगा और क्यों ना हो उन्हें मेहनत का फल तो मिलना चाहिए चाहें वो पेड़ किसी और का लगाया हो भीड़ कि आँखें नहीं होती दुनियाँ वहीं देखती है जो अच्छे से दिखाया जाए जब चार लोग मिलकर कोई झूठ बोलते है तो वो सच में तब्दील हो जाता है और चार लोग या तो मुर्दा उठाने में साथ आते है या फिर पैसा बटोरने में अपने अपने स्वार्थ से व्यवस्ता कि इस चक्की में पिसता रहता है ग़रीब और ग़रीब का हुनर जहाँ ग़रीब के बनाये चित्र के रंग फिके होते है वहीं अमीरों के चित्र में अमीरी रंग भर देती है संभव है ऐसे में हौसला टूट जाना और जिनका हौसला बुलंद हो उन्हें उलझाया जाता है कभी किसी तो कभी किसी इल्जाम में इन सब के पीछे कोई वजह नहीं होती वजह होती है तो सिर्फ़ इक नाम कमाना है आगे निकलना है और इसके लिए किसको पीछे धकेलना पड़ता है हाँ आज के ये लोग कल को शायद "भारतरत्न" भी कहलाएंगे ऊँचाई हासिल करनी है तो "दीप" जैसों को जो सीढ़ि बनायेंगे खाली हाथ आए थे हम खाली हाथ जायेंगे ©Deep Bawara #nojato #nojohindi #yqdidi #खालीहाथ #MereKhayaal