गुलज़ार भरा है गुलों के रंग से ज़हन में चल रही है हज़ार जंग सी, तिलक लगाए या छोड़ जाए धूल भरी आंधीयाँ जिवन में ये तंग सी। ©my wordz in my own way #hamariadhurikahani#jindagi ker gay tum bemani.