अलविदा मोहब्बत धुन है कोई तो गाई जाए, नज्म है तो सुनाई जाए। शिकायत है तो बताई जाए, ख्वाहिश है? फरमाई जाए। क़सीदा हो या रुसवाई, हर बात न दिल से लगाई जाए। इश्क की चादर और सूराख कब तक भला तुरपाई जाए? #AlvidaMohabbat #ishq #इश्क़ #मेरिकहानी #नज़्म