ये तेरा कैसा खेल है या रब ये तेरा कैसा खेल है या रब, जब भी मुझे कुछ रास आ जाए, तो तू छीन लेता है। जब भी खिलखिलाती हैं खुशियाँ, तू दर्द का एक साया दे जाता है, मेरी हर हँसी में तू आँसू का एक दरिया बहा देता है। जब भी दिल से कोई जुड़ने लगे, तू जुदाई का फ़ासला बढ़ा देता है, जो भी मुझे सुकून दे, तू उसे मुझसे दूर कर देता है। तेरी रहमत का ये कैसा करम है, जो भी दिल को सुकून दे, तू वो पल छीन लेता है। ये तेरा कैसा खेल है या रब, जब भी मुझे कुछ रास आ जाए, तो तू छीन लेता है। ©Evelyn Seraphina #sadquotes #dard_e_mohabbat #dard💔 #very sad love quotes in hindi #writer