मेरी ज़िन्दगी का दूसरा नाम ही दर्द हैँ, ख़ुशी से मेरा क्या वास्ता, तन्हा रहकर तड़पना है ज़िन्दगी भर, अब यही है मेरा आखिरी रास्ता.. कब मिलेंगी ज़िन्दगी की क़ैद से आज़ादी