दिल की बातें समझोगे क्या? सुलझे हो, कुछ उलझोगे क्या? नज़्में कुछ रखी है कब से, सुन पाओ तो, सुन लोगे क्या? सदियों से चुप है जो आंखे, जड़ से टूट गयी है जो शाखें, आस में है कब से वो बातें? कहती है जो, कह दोगे क्या? दिल की बाते समझोगे क्या? सुलझे हो, कुछ उलझोगे क्या? ©paakhi sharma #samjhoge kya #questions