इस बाहरी हस्तक्षेप से क्योकि हमलोगों ने दायित्त्व सौंपा है हमअवसर वान और धैर्य वान है प्रजातंत्र हमारी पूंजी व कुंजी है,जबकि दूसरी तरफ यह आधार नदारत है,केवल नाम से वर्तमान स्थिर है। कभी भविष्य को लेकर कभी ख़ुद को लेकर कभी किसी और को लेकर कभी यूँही दिल घबराता है.. अपने डर को टटोलें, Collab करें YQ Didi के साथ।