My mentor तालिबे-इल्म के अंधेरे कोठरी के रौशनदान हो आप, हमारे लिए सच्चाई और अच्छाई के रहबर हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... बैठे बिठाए हालात-माजी और जहाँ की सैर कराते हो आप, दुनियाँ से परे दहर तलक की इल्म हमें देते हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... जब भी लगता है उबाऊपन हमें अफ़साना सुना देते हो आप, उस अफ़साने से भी कुछ अच्छा सीखा देते हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... जब भी कहीं होता हूँ पशोपेश में तो याद आ जाते हो आप, दी हुई आपके इल्म से पशोपेश की भी हो जाती है मात, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... हर सवालों के जवाब की खुली किताब हो आप, दौर-ए-इंटरनेट के गूगल के सरदार हो आप , हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... तालिबे-इल्म के अंधेरे कोठरी के रौशनदान हो आप, हमारे लिए सच्चाई और अच्छाई के रहबर हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... बैठे बिठाए हालात-माजी और जहाँ की सैर कराते हो आप, दुनियाँ से परे दहर तलक की इल्म हमें देते हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... जब भी लगता है उबाऊपन हमें अफ़साना सुना देते हो आप, उस अफ़साने से भी कुछ अच्छा सीखा देते हो आप,