श्री कृष्ण, एक ऐसे अनूठे व्यक्तितव जो जीवन के सभी विरोधाभास जैसे अंधकार- प्रकाश, शुभ -अशुभ, दुख- सुख इत्यादि को एक साथ स्वीकार करते हैं. परिस्थिति चाहे कोई भी हो, वे जीवन के सभी रंगों को अंगीकार करते हैं. वे पलायनता में विश्वास नहीं रखते, वे ना ही प्रेम से परे हटे हैं और ना ही युद्ध से. करूणा और प्रेम से भरे होने पर भी युद्ध से विमुख नहीं होते. वे कहीं पर भी गम्भीर और उदास प्रतीत नहीं होते अपितु सदैव प्रसन्नचित्त रहते हैं. वे कहीं भी द्वैत में नहीं उलझे,, वे स्पष्टवादिता में विश्वास रखते हैं. वे जीवन में घटित होने वाली सभी घटनाओं को साक्ष्य भाव से देखते हैं. उनके लिए जितना कर्म महत्व रखता है,उतना अकर्म और विकर्म भी. श्री कृष्ण, एक ऐसे अनूठे व्यक्तितव जो जीवन के सभी विरोधाभास जैसे अंधकार- प्रकाश, शुभ -अशुभ, दुख- सुख इत्यादि को एक साथ स्वीकार करते हैं. परिस्थिति चाहे कोई भी हो, वे जीवन के सभी रंगों को अंगीकार करते हैं. वे पलायनता में विश्वास नहीं रखते, वे ना ही प्रेम से परे हटे हैं और ना ही युद्ध से. करूणा और प्रेम से भरे होने पर भी युद्ध से विमुख नहीं होते. वे कहीं पर भी गम्भीर और उदास प्रतीत नहीं होते अपितु सदैव प्रसन्नचित्त रहते हैं. वे कहीं भी द्वैत में नहीं उलझे,, वे स्पष्टवादिता में विश्वास रखते हैं. वे जीवन में घटित होने वाली सभी घटनाओं को साक्ष्य भाव से देखते हैं. उनके लिए जितना कर्म महत्व रखता है,उतना अकर्म और विकर्म भी. #Krishna #nojoto #nojotohindi #kakakaksh #hindinama #tst #kavishala #janmashtmi #thought #kiranbala