#IndiraGandhi आक्रोश ••••••••••• जब सत्ता के तख़्त पर आँच आये, सिंहासन हाथो से फिसला जाये, तो खोद दो गर्त एमरजेन्सी का , जिसमें दफ़ना दो सम्पूर्ण देश आत्मा को। बंद कर दो हर बुलंद आवाज़ को, विद्रोह के आगाज़ से पहले ही, दे दो अंजाम हर शाजिश को। दबा दो हर कलम की ललकार को, मिटा दो अपने विरुद्ध छपने वाले अखब़ार को। तो जब भी इतिहास का पन्ना पलटा है बस खुदगर्जी ही हमनें सिखा है, श्रीमती इंदिरा गाँधी जी प्रथम महिला प्रधानमंत्री से। #इंदिरा महान एमरजेन्सी वाली