खुद को अकेले मत समझना कभी,पीछे मुड़कर देखोगी तो मैं खड़ा मिलूँगा, जो डगमगाए तुम्हारे कदम ज़रा भी,मैं तुम्हें कस कर पकड़ा मिलूँगा... तुम लहरों की तरह आगे बढ़ती जाना,मैं रेत सा तुम्हारी राह ताकता रहूँगा, तुम चाँद की तरह छुप जाना बादलों के पीछे,मैं खिड़कियों से तुम्हें झाँकता रहूँगा... #yourquote #yourquotes #hindi #shayari #dedicated #fourliner #yqquotes #yqbaba