बिहार की बाढ़ ऐ कहानी है बिहार के बाढ़ की जो दस्तक देती है हर साल ही, लाखों की आबादी हर वष॔ झेलती है ऐ त्रासदी , आजादी मिलने के इतने समय बाद भी सुधरी नहीं है हालात आज भी, जब-जब आती है मौसम बरसात की मच जाता है हाहाकार चीख पुकार की, आ जाती है सारी नदियां उफान पे लांघ के सारी सिमाए पार कर देती हैं देहलीज घर के आँगन खेत और खलिहान की, भूख-प्यास के जूझती है जनता सूद-बुध लेने की संज्ञान ना होती हैं सरकार की, पानी से घिरे लोग बेबश होकर लगाए तो आस किस बात की, नीचे वाले सरकार को उनकी खबर होती नहीं काश!ऊपर वाले को ही नजर आ जाए उनकी लाचारी!! -Shivani keshri #Biharkibadh #SilentWaves