मैं ना-आसुदा हूँ वतन-ए-माहौल-ए-चमन , मज़हब-ए- आलूदा है क्या कहे , हर गोसे से बोसीदा है बच्चे बड़े , मज़हबी ख़ून खौलते है #NojotoQuote ना-आसुदा :- अच्छा महसूस न करना , not comfortable वतन-ए-माहौल-ए-चमन :- मुल्क़ के जो माहौल बनाया गया है अभी के दौर में मज़हब-ए-आलूदा :- धर्म से सना हुआ गोसे :- कोने कोने से बोसीदा :- लिप्त होने , सड़ा हुआ , लिप्त होने #nojoto