।। हैवानियत आखिर कब तक ???? पता नहीं क्यों मेरी कलम आजकल एक ही बात हर बार दोहराती है कुछ और में लिखना चाहूँ फिर भी यह रोज बहनों के लिए आवाज उठाती हैं दोस्तों से भी बात करते समय भी उन बहनों का न्याय का मुद्दा उठ जाता है , कोई नया शीर्षक कैसे लिखें ये कलम जब तक उस बहन को न्याय नहीं मिल जाता है, इतनी हैवानियत के बाद भी कुछ लोग अभी भी कपड़ों वाली बातों से ऐसे सलाह दे जाते हैं लड़कियाँ ही घर पर केंद रहे , आदमियों के ईमान तो उनको देख कर ऐसे ही बिगड़ जाते हैं । क्यों आखिर पुरुषों के झगड़ों में उनके माँ बहन को गाली पड़ती है आखिर रामराज मे और क्या आशा की जा सकती है। कब तक ऐसी हैवानियत है , कब तक उसकी आबरू से खिलवाड़ है कब तक सहेगी बहने हमारी , न जाने कब तक ये बलात्कार है ?? ©anurag bauddh #बलात्कार #सम्मान #आबरू #हैवानियत