सवारों ख़ुद को, समेटो ख़ुद को, यूँ टूटकर जीने में रखा क्या है। पेहले खुदके लिये जीना तो सीखलो, यूँ ख़ुद हर रोज़ घुट कर जिरहे हो, तो बस दिखावे के लिए जीने में रखा ही क्या है। तुम्हे अपनी ख़ुशियों के लिए, किसी और पर इनहिसर होना पड़े। तो इसतरह जीने में रखा ही क्या है। जिंदगी जीने का सही ढंग तो जानलो बेमतलब बेरंग ये पल बस युंही गुज़र जाए इसे कहते हो तुम जीना तो तुम ही बातो ऐसे जीने में रखा ही क्या है #हिंदीनोजोतो #hindinojoto #nojoto #lifestyle #life #kavishala