खुद ज्ञानी होकर भी मौन धरना जरूरी है, यह दुनिया अज्ञानी और मूर्खों से भरी हुई है, जब किसी को ज्ञान देने जाओगे, तो उल्टा आप को सिखाने को आएगा, कहेंगे कि तू सूरज को दीया दिखलाने चला है। एक अदीब को लिखने का अदब भला हम क्या सिखा पाएँगे करवाएँगे उपहास अपना ही , भला ज्ञानी को क्या दे जाएंगे, इसलिए ज्ञान-विज्ञान की बातें चलें तो मौन रह वार्ता सुनें, जब तक पूछा ना जाए तब तलक चुप रहें, यही एक समझदार इंसान की पहचान है। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_119 👉 सूरज को दीया दिखाना मुहावरे का अर्थ — गुणवान को उपदेश देना। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।