वो कहते है मेरा लिखा उन्हें समझ नही आता वजह बस इतनी सी है हम इश्क़ में वफ़ादारी लिखते है और वो इश्क़ में गद्दारी पढ़ते के आदी है मंजिलाना राही (Shiv Goswami) अधूरी बातें