याद बचपन की उसनें आज फिर से दिलाई.. कसम विद्या की काँपी छूकर खाई.. बाते खुशियों की वो कुछ इसकदर बताई.. पापा आपके हाथों में हाथ देकर करेंगे विदाई.. और मम्मी भी बोली आप ही बनेंगे जमाई.. ©Laddu ki lekhani Er.S.P Yadav sai pallavi laddu ki lekhani