White मुझे लगा कि तुम समझते हो तुम्हारे देर से घर आने पर मेरे सवालों में छुपी फिक्र को मुझे लगा तुम समझते हो मेरी फिक्र में छुपे हुए प्यार को मुझे लगा तुम समझते हो प्यार के हर अहसास को मुझे लगा तुम समझते हो अहसास के अपनेपन को मुझे लगा तुम समझते हो अपनेपन के अधिकार को लेकिन तुमने भी सबकी तरह जब पूछा क्या है ये सब ? तो स्वाभाविक था है ना मेरा भी बाकी सबकी तरह जवाब में "कुछ नहीं"कहना Suman kothari ©एहसासों की दुनिया #cg_forest