"कुछ मिज़ाज़ अभी हमारा सख्त चल रहा है, क्या कहें हम ये कैसा वक़्त चल रहा है, हर शख्स ढूंढ रहा है बहाने रुसवा करने के, अपनों का ही ये तमाशा जबर्दस्त चल रहा है।। #वक़्त #सख्त #मिज़ाज़ #जबरदस्त #hindi #yqhindi #hindipoetry #hindiquotes