Nojoto: Largest Storytelling Platform

इस घर के कोने कोने में मेरी यादें हैं, कोने कोने

इस घर के कोने कोने में मेरी यादें हैं, 
कोने कोने से मुझे प्यार था,
 मेरा हसना-मेरा रोना,
 मेरा खिलना,
 मेरा मुरझाना,
तेरा पास आना,
 और दूर जाना,
 सपनों सा सजना
 और बिखर जाना..
 ..पर सच है कि किराय के घर को कितना भी सजा लो.. वो अपना  घर नहीं होता, 
मुझे जाना होगा.. सब कुछ छोड़ कर, तुम्हें छोड़ कर, अपनी यादों को छोड़ कर..

©ek insan
  घर से दूर एक घर # vidai
sunitakhairwar2078

ek insan

New Creator

घर से दूर एक घर # vidai #कविता

135 Views