कितनी अजीब होती है इन शब्दों की जादूगरी भी , शब्द चाहे तो किसी को रुला दे, चाहे तो किसी रोते को पल में हसा दे । शब्द इक पल में प्यार को जता दे । अजीब है इन शब्दों की जादूगरी भी , शब्दों से होता संवाद है, शब्द ही खड़ा करते विवाद । शब्द समझ से निर्माण करते है स्पंदन, बिना सोच विचारे शब्द ही बनते है बंधन । शब्द चाहे जैसे हो छोड़ जाते है अपनी अमिट छाप सबके हृदय पर । यही शब्द कभी घाव है बनते , यही शब्द बनते है मरहम । शब्द जैसे हो दो धारी तलवार , सोच विचार करो शब्द जतन । #hindi shayari #magic of words #words power