(((❤️ मैं तेरी नहीं हूं ❤️))) जुड़ने लगी थी , शायद अब टूटने लगी हूं दिल में एक अजीब सी आहट है कोई छोड़ गया बस थोड़ी सी करवाहट है जिंदगी जीने का सहारा ढूंढ़ रही हूं मैं तेरी नहीं हूं ख़ुद से बोल रही हूं ...... मुस्कुराऊं तो मेरा सारा दर्द दिखे नीली स्याही कोरे कागज पर मेरा दर्द लिखे राहत मिली होती कोई अपना चाहा होता दिल अकेला था , आंखें न रोया होता गम को ख़ुद से जोड़ रही हूं मैं तेरी नहीं हूं ख़ुद से बोल रही हूं....... सच बताऊं कभी मैं इस तरह से रोई न थी किसी के दूर जाने से ख़ुद को भूली न थी बिना मतलब की पहेली हूं मैं अस्कों के दरिया में डूब कर जिया करती हूं मैं किसी के यादों को दिल से लगा रही हूं मैं तेरी नहीं हूं ख़ुद से बोल रही हूं....... जिंदगी जीने के रास्ते बेशक सब के अलग अलग होते हैं रिश्ते निभाने की कोशिश हो न इंसान व्यस्त रहते हुए भी वक़्त अपनों के लिए निकाल लेता है ______ ***********************************