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जाने अंजाने हमने अपनी हद को पार कर कुदरत के उसूलो

जाने अंजाने हमने अपनी हद को पार कर कुदरत के उसूलो को तोड़ा है । अब इसको संवारने की जिम्मेदारी और जवाबदारी भी हमारी ही है, वरना ये तो आगाज है विनाश का कल तबाही का मंज़र कुछ और ही होगा। जिसकी कल्पना भी हम नही कर सकते। हमने अपनी मौत का इंतजाम खुद कर लिया है साहेब और जीने की ख्वाहिश करते हैं ।अगर आज हम प्रकृति के प्रति सजग नही होंगे तो आगे इसका अंजाम बेहद भयानक होगा। कोरोना से शुरु होकर कहीँ बाद में गोली बम बारूद की जगह, अगर युद्धो में वायरस हथियार का इस्तेमाल होने लगा, तब पुरी दुनिया तबाही के कगार पर खड़ा होगा, और हम कुछ नही कर पायेंगे इंसान सिर्फ तमाशा देखते रह जायेंगे और बस बेबसी का आलम होगा ।                                                                                    ============== *राजनवाणी* ==============

©Rajan Das Bghel Baghel DONT MISUSE TO OUR ENVIRONMENTS

#Rose
जाने अंजाने हमने अपनी हद को पार कर कुदरत के उसूलो को तोड़ा है । अब इसको संवारने की जिम्मेदारी और जवाबदारी भी हमारी ही है, वरना ये तो आगाज है विनाश का कल तबाही का मंज़र कुछ और ही होगा। जिसकी कल्पना भी हम नही कर सकते। हमने अपनी मौत का इंतजाम खुद कर लिया है साहेब और जीने की ख्वाहिश करते हैं ।अगर आज हम प्रकृति के प्रति सजग नही होंगे तो आगे इसका अंजाम बेहद भयानक होगा। कोरोना से शुरु होकर कहीँ बाद में गोली बम बारूद की जगह, अगर युद्धो में वायरस हथियार का इस्तेमाल होने लगा, तब पुरी दुनिया तबाही के कगार पर खड़ा होगा, और हम कुछ नही कर पायेंगे इंसान सिर्फ तमाशा देखते रह जायेंगे और बस बेबसी का आलम होगा ।                                                                                    ============== *राजनवाणी* ==============

©Rajan Das Bghel Baghel DONT MISUSE TO OUR ENVIRONMENTS

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