यह खुशियां कहाँ रहती है पता देदो हमें जहां रहती है, हर इक हसरत पे दिल चीखता है अब पता नही यह चीख दिल मैं कहाँ रहती है, आती नही अब मुस्कुराहट किसी बात पर कहते थे जो लोग तुझे बड़ी खुशी रहती है, देदे अब तो मंज़ूर है भीख मैं भी ख़ुशी क्या शहर मे अब ऐसी कोई सखी रहती है। #यह#खुशियां#कहाँ#रहतीहै