एक दुनिया मेरी भी है, सुंदर सपनों के आकाश में, राजकुमार सा ख्वाब में, प्रेम,परोपकारिता के सैलाब में, एकता,अखण्डता की किताब में, मेरा एकछत्र एकाधिकार के राज में। अफसोस ! ये सब हो पाता मेरे हाथ में, पूरा कर पाता हर सपना काश मैं ! ©Anand Prakash Nautiyal #मेरी_दुनिया#काश