कौन तय करेगा सच और झूठ की दूरी कितनी है कह देने से चीजें सच हो जाती हैं और छुपा देने से झूठ जिंदगी आधी खुली परछाई है किस हिस्से में धूप है किस हिस्से में छांव कौन तय करेगा...