उलझनों के इस दरिया में, दिल ढूँढे सिर्फ वही किनारा, कोई तकलीफ़ न हो जीने में, खुलकर मैं साँस लूँ दोबारा, इतना ज़लील होकर फिर भी, दिल जो उसको अब भी चाहे, जिन ख्वाबों में देखा उसको, हर वो ख्वाब मुझे अब भी प्यारा। #तन्हाईकामंज़र #yqdidi #yqquotes #yqtales #love #collab #shayari