नजरों में नज़ाकत तेरी ये शबनमी होंठ तेरी ये नीली आंखें तेरी ये आंखों के काजल तेरी ये सब है मेरे जान कि दुश्मन हम तो ठहरे पागल तेरी फूलों सी रंगत तेरी मुस्क जैसी खुश्बू तेरी आरज़ू पाने की मेरी तुझे देखने की ख्वाहिश मेरी मेरी धड़कनें बढ़ा रही है चेहरे पे हिजाब तेरी अब हम भी कायल हो गए हैं देख कर यह सादगी तेरी हर वक्त हमें सता रही है मुझको ये दूरी तेरी #मुमताज ©Bazmeyaaraan Mumtaz #Dard #Dil #mahboob #Pyar #urdu #urduadab #Urdughazal #Hindi #worldpostday deep sikhaa